![]() |
| नवग्रह की आरती - नवग्रह है देव हमारे |
नवग्रह की आरती - नवग्रह है देव हमारे (Navgrah Aarti - Navgrah Hai Dev Hamare)
नवग्रह है देव हमारे
मिलकर आए है सारे
जिनकी करे है हम आरती
भानुजी हम सब उतरे तेरी आरती
मंडल मध्य है सूर्य देव है
रक्त वरन है जिनका
रक्त वरन है जिनका
सबको दे प्रकाश हारे अंधकार
सभी जन जन का
अंधकार सभी जन जन का
महिमा इनकी है न्यारी न्यारी
सारे जाग के रखवाले
जिनकी उतारे हम आरती
भनूजी हम सब उतारे तेरी आरती
नवग्रह है देव हमारे
पूर्वा दिशा में शुक्रा
देव है सुंदर रूप विराजे
इशान कोण और अग्नि कोण
में बुद्ध चंद्रमा साजे
जोभी इनकी पूजा करता
लक्ष्मी से पूरा भरता
जिनकी करे है हम आरती
भनूजी हम सब उतारे तेरी आरती
नवग्रह है देव हमारे
उत्तर दिशा में ब्राहस्पति
जो देव गुरु कहलाए
दक्षिण दिशा में भूमि पुत्रा
श्री भौम रूप धर आए
महिमा इनकी है न्यारी न्यारी
सारे जाग के रखवाले
जिनकी उतारे हम आरती
भनूजी हम सब उतारे तेरी आरती
नवग्रह है देव हमारे
पश्चिम दिशा में
तीन देव है शक्ति जिनकी भारी
राहु केतु और शनि देव
नित रक्षा करे हमारी
मूरत है जिनकी है काली काली
सारे जाग के ये वाली
जिनकी करे है हम आरती
भनूजी हम सब उतारे तेरी आरती
नवग्रह है देव हमारे
आधी देव प्रत्यादी देव
दिगपाल देव सब साजे
ओम कर ब्रह्मा विष्णु
शिव मंडल बीच विराजे
श्रीष्टि के जीवन दाता
जन जन के भाग्या विधाता
जिनकी करे है हम आरती
भनूजी हम सब उतारे तेरी आरती
नवग्रह है देव हमारे
मिलकर आए है सारे
जिनकी करे है हम आरती
भानुजी हम सब उतरे तेरी आरती
