ओम जय लक्ष्मी माता मैया (Om Jai Laxmi Mata Maiya Aarti Lyrics)

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ओम जय लक्ष्मी माता मैया (Om Jai Laxmi Mata Maiya Aarti Lyrics)
ओम जय लक्ष्मी माता मैया

ओम जय लक्ष्मी माता मैया (Om Jai Laxmi Mata Maiya Aarti Lyrics)

ओम जय लक्ष्मी माता मैया श्री त्रिपुरा माता
तुम बिन और ना कोई सुख संपाति दाता
ओम जय लक्ष्मी माता।।

ओम जय लक्ष्मी माता मैया श्री त्रिपुरा माता
तुम बिन और ना कोई सुख संपाति दाता
ओम जय लक्ष्मी माता।।

श्री सूर्या चंद्रा सम कमले तेजो माए लक्ष्मी
मैया तेजो माए लक्ष्मी
कमलाक्षी माँ चंगी श्री सुंदर लक्ष्मी
ओम जय लक्ष्मी माता।।

रिद्धि सिद्धि के दाता विष्णु उमा वानगी
मैया विष्णु उमा वनगी
विश्वा मोहनी देवी विश्वा विमोहनी देवी
कुमोदिनी हे माँगी
ओम जय लक्ष्मी माता।।

सिंह सला सोडशी तुम हो वागेश्वरी माता
मैया वागेश्वरी माता
कुंजर नाद विमोड़िनी
तापत प्राया हरता
ओम जाई लक्ष्मी माता।।

महा त्रिपुरी सुंदरी श्री मेरु कुर्मा पृष्ते
मैय्या मेरु कुर्मा पृष्ते
पांचासन पे विराजो पांचा शुक पीते
ओम जय लक्ष्मी माता।।

हाथ लिए कमलो को हंस वाहे सोहम
मैय्या हंस वाहे सोहम
अमृत रुकनी हंसा सर्वेशरी सोहम
ओम जय लक्ष्मी माता।।

लक्ष्मी दुख विनाशीनी बाला त्रिपुरेशा
मैय्या बाला त्रिपुरेशा
सुख संपाति धन दाता
सूत संपाति धन दाता त्रिपुरा पंचेशा
ओम जय लक्ष्मी माता।।

मैं तुम छमा प्रदाति हेमवती अंबा
मैया हेमवती अंबा
सकल पदार्थ दाता तुम श्री जगदंबा
ओम जाई लक्ष्मी माता।।

नामो नमस्ते त्रिपुरा पद्मावती माता
मैय्या पद्मावती माता
नामो नमस्ते लक्ष्मी भुवनेश्वरी माता
ओम जाई लक्ष्मी माता।।

माया भक्ति तो को ज्ञान
मैय्या दर्शन माँ तेरो
चरण युगल विमला के
कर मस्तक मेरो
ओम जाई लक्ष्मी माता।।

कृपा करो संपूरण मंगल मये लक्ष्मी
मैय्या मंगल माए लक्ष्मी
सदा विराजो अचला माँ मंदिर लक्ष्मी
ओम जय लक्ष्मी माता ।।

पारस माई तुम हो माँ सिद्धेश्वरी माता
मैया सिद्धेश्वरी माता
अष्ट सिद्धि नाव निधि के तुम केवल दाता
ओम जाई लक्ष्मी माता।।

कमलासन शुभ लक्ष्मी हेम छात्र धरी
मैया हेम छात्र धरी
चवर दुरावे सुर गन शोभित सुर सुंदरी
ओम जय लक्ष्मी माता।।

रोचन लोचन तुम्हारे कमाल नयणी
मैया त्राये कमाल नयणी
नाना रत्ना विभूषित त्रिभुवन की जननी
ओम जाई लक्ष्मी माता।।

मैं शरण पड़ा मा तेरी कृपा करो माता
मैया कृपा करो माता
संकट काटो मेरे कामेश्वरी माता
ओम जाई लक्ष्मी माता।।

या देवी महा त्रिपुरा श्रीम ह्रीं श्रीम कमला
तुम भक्त जानो के हरदाए बसो विमला
ओम जय लक्ष्मी माता।।

अतः श्री यह संपूरण आरती जो गावे
मैया आरती जो गावे
अष्ट सिद्धि नव निधि सब सुख संपत्ति पावे
ओम जय लक्ष्मी माता।।

सुखी करे भक्ति से नत मस्तक गावे
जय लक्ष्मी माता से मनवांच्छित फल पावे
ओम जय लक्ष्मी माता।।

ओम जय लक्ष्मी माता मैया श्री त्रिपुरा माता
तुम बिन और ना कोई सुख संपाति दाता
ओम जय लक्ष्मी माता।।

Om Jai Laxmi Mata Aarti by Usha Mangeshkar


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