नाग पंचमी आरती - श्रीनागदेव आरती पंचमी की कीजै (Naag Panchami Aarti Lyrics)

M Prajapat
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नाग पंचमी आरती - श्रीनागदेव आरती पंचमी की कीजै (Naag Panchami Aarti Lyrics)
नाग पंचमी आरती - श्रीनागदेव आरती पंचमी की कीजै

नाग पंचमी आरती - श्रीनागदेव आरती पंचमी की कीजै (Naag Panchami Aarti Lyrics)

|| नाग देवता की आरती ||

श्रीनागदेव आरती पंचमी की कीजै ।
तन मन धन सब अर्पण कीजै ।
नेत्र लाल भिरकुटी विशाला ।
चले बिन पैर सुने बिन काना ।
उनको अपना सर्वस्व दीजे।।

पाताल लोक में तेरा वासा ।
शंकर विघन विनायक नासा ।
भगतों का सर्व कष्ट हर लिजै।।
शीश मणि मुख विषम ज्वाला ।

दुष्ट जनों का करे निवाला ।
भगत तेरो अमृत रस पिजे।।
वेद पुराण सब महिमा गावें ।
नारद शारद शीश निवावें ।
सावल सा से वर तुम दीजे।।

नोंवी के दिन ज्योत जगावे ।
खीर चूरमे का भोग लगावे ।
रामनिवास तन मन धन सब अर्पण कीजै ।
आरती श्री नागदेव जी कीजै ।।


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